कुसुम योजना क्या है?

भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल  है KUSUM Yojana, किसानों को सौर ऊर्जा से सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराना है। पूरा नाम है “किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान।” सोलर पावर प्लांट्स और सोलर पंपों को स्थापित करने के लिए किसानों को इस योजना से वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे उन्हें बिजली की लागत में बचत होती है और सिंचाई पर कम निर्भरता होती है।

PM Kusum Yojana के तीन प्रमुख भाग हैं: सोलर पंप सेट किसानों को पहले घटक में मिलते हैं, छोटे सोलर पावर प्लांट्स दूसरे घटक में बनाए जाते हैं, और तीसरे घटक में वर्तमान कृषि पंप सेट को सौर ऊर्जा से चलाया जाता है। योजना का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि किसान ग्रिड में अपनी अतिरिक्त सौर ऊर्जा बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय बढ़ेगी।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना न केवल किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी बड़ा योगदान देती है। सौर ऊर्जा का उपयोग जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करता है, जिसके परिणामस्वरूप कार्बन उत्सर्जन कम होता है। किसानों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है और ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होती है। बिजली की उपलब्धता को बढ़ाने और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने में भी यह योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Table of Contents

कुसुम योजना Overview 2024 

कुसुम योजना Overview 2024 

यहाँ पीएम कुसुम योजना का 2024 का अवलोकन तालिका के रूप में प्रस्तुत किया गया है:

घटकविवरण
योजना का नामकुसुम योजना (किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान)
लॉन्च वर्ष2019
उद्देश्यकिसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग कर सस्ती और सुलभ बिजली उपलब्ध कराना
प्रमुख घटक1. सोलर पंप सेट वितरण2. छोटे सोलर पावर प्लांट्स स्थापना3. मौजूदा पंप सेट का सौर ऊर्जा में रूपांतरण
वित्तीय सहायतासोलर पंप और पावर प्लांट्स स्थापित करने के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता
लाभार्थीभारतीय किसान
लाभबिजली लागत में कमीअतिरिक्त सौर ऊर्जा की बिक्री से आय में वृद्धिपर्यावरण संरक्षण
पर्यावरणीय प्रभावकार्बन उत्सर्जन में कमी, स्वच्छ ऊर्जा का प्रचार
आय वृद्धिसोलर पंप सेट से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचने का अवसर
लक्ष्यग्रामीण विकास और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना
2024 अपडेट्ससोलर पंप सेट और पावर प्लांट्स की संख्या में वृद्धिअधिक किसानों तक योजना का विस्तार
कार्यांवयन एजेंसीनवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार
भविष्य की योजनायोजना का व्यापक विस्तार और सभी योग्य किसानों को शामिल करना

यह तालिका Kusum Yojana का 2024 का संक्षिप्त लेकिन विस्तृत अवलोकन प्रदान करती है।

कुसुम योजना महाराष्ट्र क्या है?

PM Kusum Yojana Maharashtra में भी किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से सस्ती और सुलभ बिजली उपलब्ध कराने के लिए लागू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों को कृषि कार्यों के लिए स्वच्छ और हरित ऊर्जा प्रदान करना है, जिससे उनकी बिजली की लागत में कमी आए और उन्हें अतिरिक्त आय का स्रोत मिले।

महाराष्ट्र में कुसुम योजना के मुख्य बिंदु:

  1. सोलर पंप सेट का वितरण: किसानों को सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे वे अपने खेतों की सिंचाई कर सकें।
  2. सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना: छोटे सोलर पावर प्लांट्स स्थापित किए जाते हैं, जो किसानों को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराते हैं और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचने का अवसर देते हैं।
  3. मौजूदा पंप सेट का सौर ऊर्जा में रूपांतरण: मौजूदा डीजल या बिजली संचालित पंप सेट को सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट में बदला जाता है, जिससे ईंधन की लागत में बचत होती है।
  4. वित्तीय सहायता: किसानों को सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें यह तकनीक अपनाने में मदद मिलती है।
  5. पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है और पर्यावरण को संरक्षित किया जाता है।
  6. आय में वृद्धि: अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेचकर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
  7. उद्देश्य: इस योजना का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना, किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और कृषि कार्यों को अधिक टिकाऊ बनाना है।

महाराष्ट्र सरकार इस योजना के तहत किसानों को जागरूक करने और सौर ऊर्जा तकनीक अपनाने में सहयोग करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और अभियान चलाती है। कुसुम योजना महाराष्ट्र के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है और पर्यावरण की रक्षा करता है।

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र में Online सुविधा भी उपलब्ब्ध है।आप यहाँ Online Registration आसानी से कर सकते हो। 

How to do PM Kusum Yojana registration?

How to do PM Kusum Yojana registration?

Pradhanmantri Kusum Yojana के लिए पंजीकरण करने की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में की जा सकती है:

पंजीकरण प्रक्रिया:

  1. सरकारी वेबसाइट पर जाएं:
    • सबसे पहले, PM Kusum Yojana Official Website पर जाएं या राज्य की कृषि या ऊर्जा विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
    • महाराष्ट्र के लिए, महासोलर वेबसाइट पर भी जानकारी उपलब्ध हो सकती है।
  2. लॉगिन/रजिस्ट्रेशन करें:
    • यदि आपके पास पहले से खाता है, तो लॉगिन करें। अगर नया उपयोगकर्ता हैं, तो नया खाता बनाने के लिए “रजिस्टर” या “साइन अप” बटन पर क्लिक करें।
  3. आवेदन पत्र भरें:
    • पंजीकरण करने के बाद, आपको कुसुम योजना के तहत सोलर पंप सेट या सोलर पावर प्लांट के लिए आवेदन पत्र भरना होगा।
    • आवेदन पत्र में आवश्यक जानकारी जैसे व्यक्तिगत विवरण, भूमि का विवरण, सिंचाई की आवश्यकताएं आदि भरें।
  4. दस्तावेज अपलोड करें:
    • आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि अपलोड करें।
    • PM Kusum Yojana Online Registration भी कर सकते हो।
  5. आवेदन शुल्क का भुगतान:
    • यदि आवेदन शुल्क की आवश्यकता है, तो ऑनलाइन भुगतान करें।
  6. आवेदन जमा करें:
    • सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आवेदन पत्र को सबमिट करें।
  7. पुष्टिकरण प्राप्त करें:
    • आवेदन जमा करने के बाद, आपको एक Acknowledgement प्राप्त होगी जिसमें आवेदन संख्या और अन्य विवरण होंगे। इसे भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें।
  8. जांच और सत्यापन:
    • संबंधित विभाग आपके आवेदन और दस्तावेजों की जांच करेगा। सत्यापन के बाद, आपको योजना के तहत लाभ प्राप्त होगा।

सहायता और जानकारी:

  • हेल्पलाइन: यदि आपको किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो आप योजना की हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या निकटतम कृषि कार्यालय में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • स्थानीय कार्यालय: राज्य के ऊर्जा या कृषि विभाग के स्थानीय कार्यालय से भी योजना के बारे में विस्तृत जानकारी और पंजीकरण प्रक्रिया की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

महाराष्ट्र में, महासोलर की आधिकारिक वेबसाइट और राज्य के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट पर कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन  की सुविधा और जानकारी मिल सकती है।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना को कौन कौन से राज्यों में चलाया गया है 

How to do PM Kusum Yojana registration?

Pradhan Mantri Kusum Yojana को भारत के कई राज्यों में लागू किया गया है ताकि किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करके कृषि कार्यों के लिए सस्ती और सुलभ बिजली उपलब्ध कराई जा सके। यह योजना पूरे भारत में लागू है, पीएम कुसुम योजना के तहत कई राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू कर रही हैं। pm kusum yojana official website पर कुसुम योजना राजस्थान pdf आपको PM Kusum Yojana In Hindi उपलब्ध हो जाएंगे। यहां कुछ प्रमुख राज्यों की सूची दी गई है जहाँ कुसुम योजना चलाई जा रही है:

कुसुम योजना राजस्थान:

PM Kusum Yojana Rajasthan में किसानों को सस्ती और स्वच्छ सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए लागू की गई है, पीएम कुसुम योजना राजस्थान का उद्देश्य  जिससे सिंचाई के लिए बिजली की लागत कम हो और उनकी आय में वृद्धि हो। Kusum Yojana Rajasthan के तहत, राजस्थान सरकार किसानों को सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान करती है।

PM Kusum Yojana Karnataka:

कर्नाटक में यह योजना किसानों को सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे उन्हें स्वच्छ ऊर्जा के साथ-साथ अतिरिक्त आय का स्रोत भी मिलता है।

PM Kusum Yojana Haryana:

हरियाणा में यह योजना किसानों को सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट उपलब्ध कराती है, जिससे उन्हें सस्ती और सुलभ बिजली मिलती है और बिजली की लागत में बचत होती है।

Kusum Yojana Jharkhand:

झारखंड में कुसुम योजना का लक्ष्य किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से स्वच्छ और हरित बिजली प्रदान करना है, जिससे उनकी कृषि लागत कम हो और आय में वृद्धि हो।

कुसुम योजना उत्तर प्रदेश:

पीएम कुसुम योजना यूपी में किसानों को सोलर पंप सेट उपलब्ध कराती है, जिससे उन्हें सस्ती बिजली मिलती है और सिंचाई के लिए बिजली की निर्भरता कम होती है। Kusum Yojana UP से सिंचाई की लागत में कमी होती है और अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेचकर आय बढ़ाई जा सकती है। PM Kusum Yojana UP का उद्देश्य पर्यावरणीय लाभ और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना है। कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन UP में कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना मध्य प्रदेश:

PM Kusum Yojana MP में किसानों को सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है, kusum yojana mp का उद्देश्य है कि किसान स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग कर सकें और उनकी आय में वृद्धि हो।

What are the eligibility criteria for Kusum Yojana?

कुसुम योजना के तहत पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:

  1. किसान या कृषक: योजना के लाभार्थी केवल पंजीकृत किसान या कृषक होने चाहिए जो खेती से जुड़े हों और जिनके पास कृषि भूमि हो।
  2. भारतीय नागरिक: केवल भारतीय नागरिक ही इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
  3. कृषि भूमि: आवेदन करने वाले किसान के पास खेती करने के लिए कृषि भूमि का स्वामित्व होना चाहिए या खेती के लिए भूमि पर अधिकार होना चाहिए।
  4. आय और फसल: किसान की आय की सीमा और फसल की जानकारी योजना के अंतर्गत निर्धारित मानदंडों के अनुसार होनी चाहिए।
  5. सकारात्मक क्रेडिट हिस्ट्री: आवेदन करने वाले किसान की बैंक क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि योजना के तहत सोलर पंप सेट और पावर प्लांट्स के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  6. संचालन की क्षमता: किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सोलर पंप सेट और पावर प्लांट्स का सही ढंग से संचालन और रखरखाव कर सकें।
  7. उम्र की सीमा: योजना के कुछ घटकों के लिए आवेदक की उम्र सीमा हो सकती है, जो राज्यवार भिन्न हो सकती है।
  8. पारदर्शिता और प्रमाण पत्र: आवेदन करने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जैसे भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और बैंक खाता विवरण प्रस्तुत करने होंगे।

यह मानदंड योजना के अंतर्गत विभिन्न राज्यों में थोड़े भिन्न हो सकते हैं, इसलिए संबंधित राज्य की वेबसाइट या स्थानीय कृषि कार्यालय से विस्तृत जानकारी और कुसुम योजना की पात्रता PDF प्राप्त करना बेहतर होगा।

महाऊर्जा कुसुम योजना क्या है?

महाऊर्जा कुसुम योजना क्या है?

महाऊर्जा कुसुम योजना महाराष्ट्र में लागू की गई प्रधान मंत्री कुसुम योजना की एक विशेष पहल है। इसका उद्देश्य राज्य में किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से कृषि कार्यों के लिए सस्ती और स्वच्छ बिजली प्रदान करना है।

महाऊर्जा कुसुम योजना के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

  1. सोलर पंप सेट: किसानों को सोलर पंप सेट उपलब्ध कराए जाते हैं, जो सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करते हैं और बिजली की लागत में कमी लाते हैं।
  2. सोलर पावर प्लांट्स: छोटे सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे किसान अपनी अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेच सकते हैं।
  3. वित्तीय सहायता: किसानों को सोलर पंप सेट और पावर प्लांट्स की स्थापना के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे ये उपकरण सुलभ हो जाते हैं।
  4. पर्यावरणीय लाभ: सौर ऊर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है।
  5. आय में वृद्धि: अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेचकर किसानों की आय में वृद्धि होती है और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

महाऊर्जा कुसुम योजना महाराष्ट्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

कुसुम योजना में अपना नाम कैसे देखें?

कुसुम योजना में अपना नाम और आवेदन की स्थिति देखने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:

1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:

कुसुम योजना की स्थिति जांचने के लिए संबंधित राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या केंद्र सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की वेबसाइट पर जाएं।

उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र के लिए महासोलर वेबसाइट या अन्य राज्य सरकार की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

2. लॉगिन करें:

यदि वेबसाइट पर लॉगिन की आवश्यकता हो, तो अपने उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें। यदि आपके पास खाता नहीं है, तो पहले रजिस्ट्रेशन करें।

3. आवेदन की स्थिति देखें:

लॉगिन करने के बाद, “आवेदन स्थिति” या “स्टेटस चेक” विकल्प पर क्लिक करें।

यहाँ आपको अपना आवेदन संख्या या पंजीकरण संख्या और अन्य आवश्यक विवरण भरने के लिए कहा जा सकता है।

4. आवेदन संख्या और विवरण दर्ज करें:

आवेदन संख्या, पंजीकरण संख्या, या अन्य आवश्यक जानकारी भरें जो आपकी आवेदन की स्थिति देखने के लिए आवश्यक हो।

5. आवेदन की स्थिति प्राप्त करें:

विवरण भरने के बाद, “चेक स्टेटस” या समान बटन पर क्लिक करें। आपकी आवेदन की स्थिति स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।

6. स्थानीय कार्यालय से संपर्क करें:

यदि वेबसाइट के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने में समस्या आ रही है, तो आप अपने स्थानीय कृषि कार्यालय या ऊर्जा विभाग से संपर्क कर सकते हैं। वे आपकी आवेदन की स्थिति और अन्य जानकारी प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।

7. हेल्पलाइन पर कॉल करें:

कुसुम योजना की हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके भी आप अपनी आवेदन की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इन चरणों के माध्यम से, आप कुसुम योजना में अपने नाम और आवेदन की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

What Is PM Kusum Yojana Price List?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स की कीमतें विभिन्न राज्यों और प्रदाताओं के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। योजना की लागत निम्नलिखित प्रकार की होती है:

1. सोलर पंप सेट:

  • 1 HP (हॉर्स पावर) सोलर पंप सेट: ₹50,000 से ₹70,000 (लगभग)
  • 2 HP सोलर पंप सेट: ₹80,000 से ₹1,20,000 (लगभग)
  • 3 HP सोलर पंप सेट: ₹1,00,000 से ₹1,50,000 (लगभग)
  • 5 HP सोलर पंप सेट: ₹1,50,000 से ₹2,50,000 (लगभग)

2. सोलर पावर प्लांट्स:

  • 1 kW (किलोवॉट) सोलर पावर प्लांट: ₹50,000 से ₹70,000 (लगभग)
  • 5 kW सोलर पावर प्लांट: ₹2,50,000 से ₹3,50,000 (लगभग)
  • 10 kW सोलर पावर प्लांट: ₹5,00,000 से ₹7,00,000 (लगभग)
  • 20 kW सोलर पावर प्लांट: ₹10,00,000 से ₹14,00,000 (लगभग)

सबसिडी और वित्तीय सहायता:

Kusum Yojana के तहत, केंद्र सरकार और राज्य सरकारें सोलर पंप सेट और पावर प्लांट्स की कुल लागत का एक हिस्सा सब्सिडी के रूप में प्रदान करती हैं। यह सब्सिडी लागत की एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी को कवर करती है, जिससे किसानों को सोलर ऊर्जा तकनीक अपनाने में मदद मिलती है।

कुसुम योजना टोल फ्री नंबर क्या है?

कुसुम योजना का टोल फ्री नंबर: 1800-180-3333

कुसुम योजना राजस्थान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

राजस्थान में कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप महासोलर वेबसाइट पर जा सकते हैं, जहां आपको पंजीकरण फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।

क्या कुसुम योजना का लाभ केवल किसानों को ही मिलता है?

Pradhanmantri Kusum Yojana का मुख्य लाभ किसानों को ही मिलता है, जो सौर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स के माध्यम से सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इस योजना के तहत सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के किसानों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है।

कुसुम योजना के तहत कितनी सौर ऊर्जा उत्पादन की सीमा निर्धारित की गई है?

कुसुम योजना के तहत, किसानों को सोलर पंप सेट के लिए 1 HP से लेकर 10 HP तक की क्षमता वाले पंप सेट उपलब्ध कराए जाते हैं, और सोलर पावर प्लांट्स के लिए 1 kW से लेकर 500 kW तक की क्षमता की सीमा निर्धारित की गई है। यह सीमा विभिन्न राज्यों और परियोजनाओं के आधार पर भिन्न हो सकती है।

कुसुम योजना की सब्सिडी का भुगतान किस प्रकार किया जाता है?

कुसुम योजना की सब्सिडी का भुगतान सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में किया जाता है। यह भुगतान आमतौर पर सोलर पंप सेट या पावर प्लांट्स की लागत की एक निश्चित प्रतिशत सब्सिडी के रूप में प्रदान किया जाता है, जो केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा मिलकर वितरित किया जाता है।

Kusum Yojana Under Which Ministry?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के तहत लागू की जाती है। यह मंत्रालय भारत सरकार का एक प्रमुख विभाग है जो सौर ऊर्जा और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है।

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन झारखंड कैसे करें?

झारखंड में कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण झारखंड राज्य नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। वहां आवेदन पत्र भरकर और दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।

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