
ऑपरेशन सिंदूर
अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली तीर्थयात्री की जान चली गई। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और इसके बाद भारत सरकार ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
In direct response to the Pahalgam attack, the Indian Armed Forces on May 6, 2025, launched “Operation Sindoor,” conducting precision strikes on nine terrorist infrastructure sites in Pakistan and Pakistan-occupied Jammu and Kashmir (PoJK). The operation targeted militant camps believed to be behind attacks on India and was executed with deliberate precision, military officials said. They emphasized that no Pakistani military installations were hit — a step intended to prevent the conflict from escalating.
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
6 मई 2025 को भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” नामक सैन्य कार्रवाई के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह ऑपरेशन रात के समय शुरू किया गया और अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग करते हुए सीमित लेकिन घातक हमले किए गए।

लक्ष्य और कार्यवाही
ऑपरेशन का उद्देश्य केवल आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाना था। मुख्य लक्ष्य थे: मुजफ्फराबाद, बहावलपुर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्र जहां आतंकी गतिविधियाँ संचालित की जा रही थीं। हमलों के बाद उन इलाकों में विस्फोटों की तेज आवाजें सुनी गईं और कई स्थानों पर बिजली की आपूर्ति बाधित हुई।
सरकारी प्रतिक्रिया
भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ एक आवश्यक और न्यायसंगत कदम बताया। सेना ने इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए जरूरी बताया और स्पष्ट किया कि यह किसी देश के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ अभियान था।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इस हमले की पुष्टि की लेकिन विस्तृत जानकारी देने से परहेज किया। हालांकि, वहाँ के मीडिया में इन हमलों के बाद सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की रणनीतिक क्षमता और आतंकवाद के प्रति सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति का प्रतीक है। यह साफ संदेश है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब चुपचाप नहीं देगा, बल्कि निर्णायक कार्रवाई करेगा।