प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना इतिहास, उद्देश्य, विशेषताएं, घटक, महत्व, पात्रता और आदि

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (Rashtriya Krishi Vikas Yojana – RKVY) एक सरकारी केंद्रीय योजना है जो कृषि विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। Rashtriya Krishi Vikas Yojana launched in the year 2007 के माध्यम से भारतीय कृषि क्षेत्र में विभिन्न पहलुओं को विकसित करने का प्रयास किया जाता है, जैसे कि बुनियादी ढांचे की सुधार, प्रौद्योगिकी अपडेट, बुनियादी संरचना का मजबूतीकरण, जल संसाधन का प्रबंधन, और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत विभिन्न राज्यों में विभिन्न कृषि विकास कार्यक्रम चलाए जाते हैं, जो कि राज्य सरकारों के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने, किसानों की आय और जीवनशैली में सुधार करने का प्रयास करती है।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana online apply(rkvy scheme apply online) और विस्तारित जानकारी के लिए आप इसकी rkvy official website पर जा सकते हैं। इसके साथ ही, आप राज्य सरकारों की वेबसाइटों पर भी जांच सकते हैं जहां योजना के तहत विभिन्न उपायों की जानकारी उपलब्ध होती है।

Table of Contents

Who Announced The Launch Of Rashtriya Krishi Vikas Yojana

Who Announced The Launch Of Rashtriya Krishi Vikas Yojana

यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार के कार्यकाल में शुरू किया गया था। इस घोषणा का मकसद भारत में विभिन्न राज्यों में कृषि विकास और उत्पादकता को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा था।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana Objectives 

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (Prime Minister’s National Agriculture Development Scheme – PMNAD) के मुख्य उद्देश्य हैं:

  • कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना: योजना के तहत कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीकियों और उन्नत प्रौद्योगिकियों का प्रदान किया जाता है।
  • किसानों की आय को बढ़ाना: योजना के माध्यम से किसानों को अधिक आय कमाने के लिए विभिन्न आर्थिक उपायों की प्राथमिकता दी जाती है।
  • कृषि संरचना को मजबूत करना: योजना के अंतर्गत कृषि संरचना को मजबूत करने के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है जैसे कि सिंचाई, कृषि भूमि का सम्पन्न करना आदि।
  • जल संसाधन का उपयोग सुधारना: योजना ने जल संसाधन के प्रबंधन को सुधारने के लिए विभिन्न उपायों को शामिल किया है ताकि यह संसाधन सुरक्षित और सुगम्य हो।
  • कृषि संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देना: योजना के तहत कृषि संबंधित उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए नए व्यापारिक मॉडल और निवेशों का समर्थन प्रदान किया जाता है।

इन उद्देश्यों के माध्यम से, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का मुख्य लक्ष्य भारतीय कृषि क्षेत्र को सुदृढ़ और सामर्थ्यपूर्ण बनाना है ताकि यह समृद्धि, उन्नति और समर्थन प्राप्त कर सके।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) की विशेषताएँ

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) की विशेषताएँ

वित्तीय सहायता: Rashtriya Krishi Vikas Yojana के तहत किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

आधारभूत संरचना: कृषि आधारभूत संरचना जैसे सिंचाई प्रणाली, भंडारण सुविधा, और विपणन सुविधाओं के विकास पर जोर दिया गया है।

प्रशिक्षण और शिक्षा: किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और प्रथाओं के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है।

सहयोग और भागीदारी: राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में राज्य सरकारों, केंद्रीय एजेंसियों, और निजी क्षेत्र की भागीदारी को भी शामिल किया गया है।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से संबंधित नीचे दी गई तालिका पढ़ें!

योजना नामराष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY)
योजना प्रारंभ होने की तिथि01/04/2007
हितग्राहीगरीबी रेखा के नीचे जीवन व्यापन करने वाले, वरिष्ठ नागरिक, शिक्षार्थी आदि
हितग्राही के लाभबीज उत्पादक सहकारी संस्थाओं द्वारा प्रजनक बीज का वितरण समस्त वर्ग के किसानों को किया जाता है।
योजना का विवरणविभिन्न फसलों के प्रजनक बीज की शासन द्वारा निर्धारित दर का शतप्रतिशत अनुदान बीज क्रय करने वाली बीज उत्पादक संस्थाओं को देय है।
आवेदन प्रक्रियाकिसान अपने क्षेत्र की बीज उत्पादक संस्थाओं से संपर्क कर, भूमि संबंधी दस्तावेज (खसरा बी 1/ऋण पुस्तिका) प्रस्तुत करते हैं। विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ देखें।

यह तालिका प्रारूप आसान समझ और संदर्भ के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के बारे में जानकारी को स्पष्ट खंडों में व्यवस्थित करता है।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana online apply(RKVY scheme apply online)

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: RKVY योजना की rkvy official website पर जाएं। इसे सरकारी कृषि विभाग के पोर्टल या विशिष्ट RKVY योजना पृष्ठ पर देखा जा सकता है।
  2. पंजीकरण: यदि आप नए उपयोगकर्ता हैं, तो पंजीकरण के विकल्प को खोजें। आपको अपना नाम, संपर्क जानकारी और ईमेल पता जैसे मूलभूत विवरण प्रदान करने की आवश्यकता हो सकती है।
  3. लॉग इन: यदि आपके पास पहले से खाता है, तो अपने क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉग इन करें। अन्यथा, पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करें।
  4. आवेदन पत्र: RKVY योजना के आवेदन के लिए विभाग की वेबसाइट पर जाएं। आवश्यक जानकारी के साथ आवेदन पत्र भरें। इसमें आपके कृषि गतिविधियों, वित्त प्राप्ति के उद्देश्य, और अन्य आवश्यक जानकारी शामिल हो सकती है।
  5. दस्तावेज़ अपलोड करें: पहचान प्रमाण, भूमि संबंधी दस्तावेज़, और अन्य संबंधित प्रमाण पत्र अपलोड करें।
  6. आवेदन सबमिट करें: भरे गए आवेदन पत्र को समीक्षा करें। संतुष्ट होने पर, इसे पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन सबमिट करें।
  7. पुष्टि: सबमिशन के बाद, आपको आपके आवेदन प्राप्ति की पुष्टि करने के लिए संदेश या ईमेल प्राप्त हो सकता है।
  8. अनुसरण: आपके आवेदन की स्थिति का परिवेशन रखें। संबंधित अधिकारियों से जानकारी या स्पष्टीकरण के लिए तैयार रहें।

ध्यान दें कि आवेदन प्रक्रिया राज्य या क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकती है। हमेशा RKVY योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें जिससे योजना के ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के बारे में सटीक और नवीनतम जानकारी प्राप्त की जा सके।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana आरकेवीवाई योजना के मुख्य घटक

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के अंतर्गत विभिन्न घटक शामिल हैं, जो किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार किए गए हैं। Rashtriya Krishi Vikas Yojana के मुख्य घटक निम्नलिखित हैं:

1. प्रमुख हस्तक्षेप (Major Interventions)

कृषि उत्पादन में वृद्धि: इस घटक के तहत विभिन्न गतिविधियाँ और कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि कृषि उत्पादन को बढ़ाया जा सके। इसमें बीज, उर्वरक, और कीटनाशकों की गुणवत्ता सुधारने के लिए योजनाएँ शामिल हैं।

मशीनीकरण: आधुनिक कृषि यंत्रों और तकनीकों का उपयोग बढ़ाने के लिए सहायता प्रदान की जाती है। इससे श्रम की लागत कम होती है और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है।

2. कृषि आधारभूत संरचना (Agriculture Infrastructure)

सिंचाई सुविधा: सिंचाई परियोजनाओं और जल संग्रहण प्रणालियों के विकास को प्रोत्साहन दिया जाता है। इससे पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होती है और फसलों की उत्पादकता बढ़ती है।

भंडारण और विपणन: कृषि उत्पादों के भंडारण और विपणन सुविधाओं का विकास किया जाता है ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके और फसलों की बर्बादी कम हो।

3. क्षमता निर्माण और विस्तार सेवाएं (Capacity Building and Extension Services)

प्रशिक्षण कार्यक्रम: किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और प्रथाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों की जानकारी और कौशल में वृद्धि होती है।

कृषि विस्तार सेवाएं: कृषि विस्तार सेवाओं के माध्यम से किसानों तक नई जानकारी और तकनीकें पहुँचाई जाती हैं।

4. कृषि अनुसंधान और विकास (Agriculture Research and Development)

नई फसल किस्में: नई और उन्नत फसल किस्मों के विकास के लिए अनुसंधान कार्य किए जाते हैं। इससे कृषि उत्पादन में विविधता और वृद्धि होती है।

कीटनाशक और उर्वरक अनुसंधान: कीटनाशक और उर्वरकों के उपयोग के बेहतर तरीकों का विकास और प्रोत्साहन किया जाता है।

5. सिंचाई और जल प्रबंधन (Irrigation and Water Management)

सूक्ष्म सिंचाई: ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणालियों का प्रसार किया जाता है, जिससे पानी की बचत होती है और फसल उत्पादन बढ़ता है।

जल संसाधन प्रबंधन: जल संसाधनों के सतत उपयोग और प्रबंधन के लिए विभिन्न परियोजनाएँ चलाई जाती हैं।

6. सशक्तिकरण और समूह गठन (Empowerment and Group Formation)

स्वयं सहायता समूह (SHGs): महिलाओं और किसानों के स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाता है, जिससे सामूहिक क्रियाकलापों के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

किसान उत्पादक संगठन (FPOs): किसानों के समूह बनाकर उन्हें सामूहिक रूप से कृषि व्यवसाय चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

7. कृषि संबद्ध गतिविधियाँ (Allied Activities)

पशुपालन और मत्स्य पालन: कृषि के साथ-साथ पशुपालन और मत्स्य पालन जैसी संबद्ध गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है।

कृषि वानिकी: कृषि वानिकी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और आय सृजन के अवसर बढ़ाए जाते हैं।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारतीय कृषि क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रही है। इस योजना के माध्यम से किसानों को न केवल आर्थिक सहायता मिलती है बल्कि उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों और साधनों का ज्ञान भी प्राप्त होता है। इससे न केवल उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है बल्कि उनकी आय में भी सुधार होता है।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana के तहत किए गए प्रयासों से भारतीय कृषि क्षेत्र को नई दिशा और गति मिल रही है। यह योजना न केवल किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में सहायक है बल्कि देश की आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

प्रधानमंत्री कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी परियोजना का योगदान

भारत में krishi ka vikas kab hua यह एक व्यापक प्रश्न है, लेकिन आधुनिक कृषि विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली योजनाओं में राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी परियोजना (NATP) प्रमुख हैं। कृषि के उन्नयन और कृषकों की आय में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इनमें से एक प्रमुख योजना है राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY), जिसे राष्‍ट्रीय कृषि विकास योजना के नाम से भी जाना जाता है।

RKVY full form “Rashtriya Krishi Vikas Yojana” है। इस योजना का उद्देश्य राज्य सरकारों को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में योजनाबद्ध और एकीकृत विकास की दिशा में प्रोत्साहित करना है। Krishivikas के तहत विभिन्न प्रौद्योगिकी और नवाचारों का उपयोग करके कृषि उत्पादकता और कृषकों की आय में सुधार किया जाता है।

प्रधानमंत्री कृषि विकास योजना के अंतर्गत, कृषकों को नवीनतम तकनीकों, बीजों और फसलों की वैज्ञानिक खेती के तरीकों की जानकारी प्रदान की जाती है। साथ ही, राष्ट्रीय कृषि प्रौद्योगिकी परियोजना के माध्यम से कृषि में शोध और विकास को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होता है।

इन योजनाओं के माध्यम से भारत में कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार और विकास हुआ है, जिससे कृषकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है। इन योजनाओं की विस्तृत जानकारी और नवीनतम अपडेट के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइट्स और कृषि विभागों की सलाह ली जा सकती है।

Param Pragati Krishi Vikas Yojana: एक संक्षिप्त परिचय

परम प्रगति कृषि विकास योजना का उद्देश्य भारत में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास और कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इस योजना के तहत, किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, वैज्ञानिक खेती के तरीकों और नवीनतम कृषि उपकरणों की जानकारी प्रदान की जाती है। इसका मुख्य लक्ष्य कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, फसल की गुणवत्ता में सुधार करना और कृषकों की आय में वृद्धि करना है।

Param Pragati Krishi Vikas Yojana के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान दिया जाता है:

  1. कृषि शिक्षा और प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और पद्धतियों के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है।
  2. नवीनतम कृषि उपकरण: किसानों को उन्नत कृषि उपकरण और मशीनरी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है।
  3. जल प्रबंधन: बेहतर सिंचाई तकनीकों का उपयोग करके जल संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन किया जाता है।
  4. फसल सुरक्षा: जैविक और रासायनिक तरीकों का उपयोग करके फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
  5. विपणन सहायता: किसानों को उनके उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराए जाते हैं।

परम प्रगति कृषि विकास योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आधुनिक और समृद्ध बनाना है, ताकि कृषकों को अधिक लाभ हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी और आवेदन प्रक्रिया के लिए किसान अपने स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana में कौन सी योजनाएं शामिल हैं?

Rashtriya Krishi Vikas Yojana आरकेवीवाई (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना) के तहत कई उप-योजनाएं शामिल हैं, जैसे रेम्यूनेरेटिव एग्रीकल्चर, पशुधन विकास, जल संसाधन प्रबंधन, मशीनीकरण, खाद्य प्रसंस्करण, और मूल्य श्रृंखला विकास, ताकि कृषि क्षेत्र में समग्र विकास और किसानों की आय में वृद्धि की जा सके।

आरकेवीवाई के माध्यम से अब तक क्या प्रभाव पड़ा है?

इस योजना ने कृषि उत्पादकता में सुधार किया है, किसानों की आय में वृद्धि की है और कृषि आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया है।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजनाकी आधिकारिक वेबसाइट क्या है?

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट है rkvy.nic.in.

आरकेवीवाई के कार्यान्वयन की निगरानी कैसे की जाती है?

राज्यों द्वारा प्रस्तुत की गई परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी केंद्रीय और राज्य स्तर पर की जाती है।

Who Announced The Launch Of Rashtriya Krishi Vikas Yojana?

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की शुरुआत 2007 में की गई थी। इस योजना को भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था और इसकी घोषणा भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा की गई थी। RKVY का उद्देश्य राज्य सरकारों को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में योजनाबद्ध और समग्र विकास की दिशा में प्रोत्साहित करना है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि और कृषि उत्पादकता में सुधार हो सके।

Rashtriy Krishi Ki Ghoshna Kab Ki Gayi?

Rashtriya Krishi Vikas Yojana – RKVY की घोषणा 2007 में की गई थी।

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